Thursday 22 August 2013

शिवजीराम भवन में पर्युषण २ से ९ सितम्बर २०१३ तक




Paryushan Jaipur Khartar invitation
पर्युषण पत्रिका

Jain Paryushan festival of purification of soul
आत्मशुद्धि का पर्व पर्युषण

Paryushan program Shivjiram Bhavan September 2 to 6
पर्युषण कार्यक्रम शिवजीराम भवन ,जयपुर १



Paryushan program Shivjiram Bhavan September 7 to 9
पर्युषण कार्यक्रम शिवजीराम भवन ,जयपुर २ 

शिवजीराम भवन में २ से ९ सितम्बर २०१३ तक प् पू  स्व आचार्य श्री कान्तिसागर सुरिश्वर जी म सा के सुशिष्य प् पू  राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्री ललितप्रभ सागर जी  म सा, प् पू  श्री चन्द्रप्रभ सागर जी  म सा,  प् पू  श्री शांतिप्रिय सागर जी  म सा के सान्निध्य  में पर्युषण पर्व की आराधना होगी। इस अवसर पर दिगंबर जैन मुनि  प् पू  श्री तरुणसागर जी  म सा भी पधारेंगे।

इस वर्ष श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, जयपुर ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए श्वेताम्बर- दिगंबर जैन संतों का एक साथ प्रवेश एवं एक मंच पर २१ जुलाई से १ सितम्बर तक प्रवचन का कार्यक्रम आयोजित किया। समग्र जैन समाज के ध्वज तले यह कार्यक्रम आयोजित हुआ.  जैन एकता के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की सर्वत्र सराहना हुई है एवं देश भर के मीडिया ने इसे प्रमुखता से स्थान  दिया है. उपरोक्त चारों जैन साधुओं की निश्रा में ही यह संभव हो पाया।

पर्युषण के प्रथम दिन २ सितम्बर को श्रीमती निर्मला जी पूंगलिया झंडारोहन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ करेंगी। मुख्य अतिथि समग्र जैन चातुर्मास समिति के संयोजक श्री मानक जी काला होङ्गे. ३ सितम्बर को रात्रि में पुस्तक जी का जागरण होगा जिसके लाभार्थी श्री जैन युवा परिषद् होंगे। ४ तारीख को पुस्तक जी का जुलुश  आएगा उसी दिन द्वितीय दादागुरु मणिधारी श्री जिन चन्द्र सूरी का स्वर्गारोहण दिवस मनाया जाएगा।  ५ सितम्बर को श्रीमद देवचंद जी जयंती मनाई जायेगी व सायंकाल पाक्षिक प्रतिक्रमण होगा। त्रिशला माता के चौदह स्वप्नों को ६ सितम्बर सुबह उतारा जाएगा तत्पश्चात जन्म वांचन होगा। रात्रि में पालना जी का जागरण होगा जिसके लाभार्थी श्री कुशल चंद जी विमल चंद जी प्रकाश चंद जी सुराना होंगे।  ७ तारीख की साम श्री ज्ञान विचक्षण महिला मंडल द्वारा सांस्कृतिक संध्या आयोजित होगी होगी। ९ तारीख को मूल कल्पसूत्र का वांचन एवं चैत्य परिपाटी निकली जाएगी।

 पर्युषण पर्व में प्रथम दो दिन अस्टान्हिका एवं बाद के पांच दिन कल्पसूत्र का हिंदी में वांचन होगा।  प्रति दिन सुबह साम प्रतिक्रमण एवं  क्रियाएं यथा अवसर आयोजित होंगे। बाहर से पधारने वाले यात्रिओं के ठहरने एवं भोजन की समुचित व्यवस्था है.

प् पू  राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्री ललितप्रभ सागर जी  म सा, प् पू  श्री चन्द्रप्रभ सागर जी  म सा विशिष्ट कोटि के प्रवचनकार हैं जिनकी सभा में हजारों लोग प्रति दिन श्रोता के रूप में उपस्थित रहते हैं. आप लोगों का पर्युषण प्रवचन जन जन के आकर्षण का केंद्र होगा।

श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, जयपुर उपरोक्त सभी कार्यक्रमों में श्रद्धालुओं को सदर आमंत्रित करते हुए सभी से लाभ लेने हेतु विनती करता है. कृपया पधार कर जिनशासन की शोभा में अभिवृद्धि करें।

Thanks,
(Vardhaman Gems, Jaipur represents Centuries Old Tradition of Excellence in Gems and Jewelry)
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